1 फरवरी 2025 से भारत की बैंकिंग प्रणाली में महत्वपूर्ण और बड़े परिवर्तन होने जा रहे हैं। ये परिवर्तन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अंतर्गत लागू होंगे, जो SBI, PNB, केनरा बैंक और अन्य प्रमुख बैंकों के ग्राहकों पर प्रभाव डालेगा। नए नियमों का मकसद बैंकिंग सेवाओं को और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और ग्राहकों के अनुकूल बनाना है। इसके साथ, यह कदम डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने और नकद लेनदेन को कम करने की दिशा में है।
नये नियम क्या है
आरबीआई ने बैंक खातों के वर्गीकरण और प्रबंधन हेतु नए निर्देश जारी किए हैं। ये दिशानिर्देश 1 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होंगे। नए निर्देशों के तहत, बैंक किसी खाते को ‘निष्क्रिय’ (inoperative) तब मानेंगे जब उसमें दो साल से अधिक समय तक कोई ग्राहक-प्रेरित लेनदेन नहीं हुआ हो। इसमें मौद्रिक लेनदेन, KYC अपडेट, या गैर-वित्तीय लेनदेन जैसे बैलेंस पूछताछ या चेकबुक के लिए अनुरोध शामिल होंगे।
विवरण | नियम |
लागू होने की तिथि | 1 अप्रैल, 2025 |
निष्क्रिय खाता | 2 साल से अधिक समय तक कोई ग्राहक-प्रेरित लेनदेन नहीं |
खातों की समीक्षा | बैंकों को सालाना समीक्षा करनी होगी |
ग्राहक सूचना | पत्र, ईमेल या SMS द्वारा |
सरकारी खाते | अलग से वर्गीकृत किए जाएंगे |
धोखाधड़ी रोकथाम | निष्क्रिय खातों की नियमित ऑडिट |
ब्याज और शुल्क | निष्क्रिय खातों पर कोई दंडात्मक शुल्क नहीं |
अदावाकृत जमा | बैंक की वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जाएगा |
न्यूनतम बैलेंस में की बदलाव हुआ
1 फरवरी 2025 से बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता बढ़ाई जा रही है। SBI ग्राहकों को अब 5,000 रुपये बनाए रखने होंगे, जबकि पहले यह 3,000 रुपये था। PNB में न्यूनतम बैलेंस 2,000 रुपये से बढ़कर 3,500 रुपये हो जाएगा। केनरा बैंक के लिए यह राशि 1,000 रुपये से बढ़कर 2,500 रुपये हो चुकी है। ग्राहकों को सुझाव दिया गया है कि वे अपने खातों में पर्याप्त रकम रखें ताकि दंड से बच सकें।
ATM निकासी शुल्क में परिवर्तन
नए नियमों के तहत, एटीएम से मुफ्त लेन-देन की संख्या घटा दी गई है। अब हर महीने केवल 3 मुफ्त लेन-देन की अनुमति होगी। इसके बाद प्रत्येक अतिरिक्त लेन-देन पर 25 रुपये का शुल्क लिया जाएगा, जो पहले 20 रुपये था। गैर-होम बैंक एटीएम से निकासी पर यह शुल्क 30 रुपये होगा। एक दिन में अधिकतम 50,000 रुपये ही निकाले जा सकेंगे। यह परिवर्तन डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है।
इंटेरस्ट रेट में हुआ बदलाव
- ब्याज दरों में परिवर्तन किया गया है, जो बचत और FD पर सीधे प्रभाव डालेगा।
- सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज की दर को 3% से 3.5% कर दिया गया है
- 1 साल की FD पर ब्याज दर 5.5% से बढ़कर 6% हो गई है।
- सीनीयर सिटिजन्स को FD पर 0.5% और ब्याज प्राप्त होगा।
पॉजिटिव पे आई सिस्टम
- यदि आप 50,000 रुपये से अधिक का चेक बना रहे हैं, तो आपको अब पॉजिटिव पे सिस्टम का अनुपालन करना होगा।
- इसके अंतर्गत, आपको चेक की जानकारी पहले से बैंक को प्रदान करना अनिवार्य होगा।
- इसका लक्ष्य धोखाधड़ी को रोकना और लेन-देन को सुरक्षित करना है।
बैंक समय में परिवर्तन
- अब बैंकों के कार्य के समय में भी परिवर्तन किया गया है।
- बैंक सप्ताह में केवल 5 दिन ही खुले रहेंगे।
- कामकाज के समय सुबह 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक निर्धारित किए जाएंगे।
Kyc के नये नियम
- बैंकों ने Know Your Customer (KYC) नियमों को और सख्त कर दिया है। यह कदम मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य वित्तीय अपराधों को रोकने के लिए उठाया गया है।
- हर 2 वर्ष में KYC को अपडेट करना आवश्यक होगा।
- बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य होगा।
- गलत या कम जानकारी प्रस्तुत करने पर खाता फ्रीज किया जा सकता है।
- उच्च मूल्य वाले लेन-देन के लिए अतिरिक्त दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है।