LPG Gas Cylinder: एलपीजी गैस सिलेंडर के विषय में अच्छी खबर आई है। LPG गैस सिलेंडर की कीमत आज से घट गई है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के रेट्स में बदलाव किया है। 19 किलोग्राम के कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें आज से 7 रुपये तक कम हो गई हैं।
दिल्ली में आज से 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की बिक्री मूल्य 1797 रुपये निर्धारित की गई है। हालांकि, घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत पर कोई नवीनतम जानकारी नहीं है, इसलिए इसकी कीमत में अभी कोई परिवर्तन नहीं होगा।
अलग अलग शहरों में एलपीजी का ताज़ा दम
- दिल्ली में एलपीजी की कीमतों में 7 रुपये की कमी आई है, और 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमत 1797 रुपये हो गई है। इसका पहले मूल्य 1804 रुपये था।
- कोलकाता में एलपीजी के दाम में 4 रुपये की कमी की गई और नई कीमत 1907 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई, जो पहले 1911 रुपये थी।
- मुंबई में एलपीजी के दाम में 6.5 रुपये की कमी आई है और 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमत 1749.5 रुपये हो गई है. इससे पहले यह 1756 रुपये थी।
- चेन्नई में एलपीजी की कीमतों में 6.5 रुपये की कमी आई है, और 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमत 1959.5 रुपये है। इससे पहले यह 1966 रुपये थी।
घरेलु गैस सिलिंडर की कीमत
जो घरेलू गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता हैं, उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। दिल्ली में 14 किलोग्राम का घरेलू एलपीजी सिलेंडर अभी भी 803 रुपये में उपलब्ध है। लखनऊ में इसकी लागत 840.50 रुपये है, वहीं कोलकाता में यह 829 रुपये, मुंबई में 802.50 रुपये और चेन्नई में 818.50 रुपये पर मिल रहा है. इस बार घरेलू उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की सब्सिडी या मूल्य कटौती की उम्मीद नहीं जागी है।
घरेलु एलपीजी में नहीं मिली रहत
इस साल की शुरुआत से अब तक व्यावसायिक एलपीजी के दाम में लगातार कमी की जा रही है, जिससे कारोबारी ग्राहकों को राहत मिल रही है। लेकिन घरेलू गैस सिलेंडरों की कीमतों में बदलाव नहीं होने के कारण आम ग्राहकों को अभी इंतजार करना होगा।
कीमत बदलने के पीछे की वजह
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में परिवर्तन अनेक कारणों पर निर्भर करता है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (crude oil prices) की कीमतों पर सरकार द्वारा दी गई सब्सिडी, टैक्स और उत्पादन की लागत का महत्वपूर्ण प्रभाव होता है. इस बार केवल वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती की गई है, क्योंकि इससे छोटे व्यवसायों और होटलों व रेस्टोरेंट्स को सहारा मिलेगा।